40, शास्त्री नगर
भीलवाडा
दिनांक 18-10-2022
मित्रवर रोहित,
सप्रेम वन्दे।
तुम्हारा पत्र मिला। पढ़कर अत्यंत हर्ष हुआ कि तुमने परीक्षा में अपने विचार में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।बाबा मुझे हमेशा समझाया करते थे कि रोहित की आदत सीखो। वह कितना प्यार बच्चा है,पढ़ने में कितनी मेहनत करता है। बाबा को तो तुम्हारी पोजीशन आने की पूरी उम्मीद थी।
पापा जी,दादी, मम्मी तथा बाबा आज सबसे ज्यादा प्रसन्न हैं। सबको मिठाई खिला रहे हैं। तुम यहां आओगे,तब कई उपहार मिलेंगे। सभी तुम्हें बहुत बधाई लिखा रहे हैं। मेरी ओर से भी हार्दिक बधाई स्वीकार करना।
पत्र शीघ्र देना और लिखना कि यहां कब आ रहे हो? अंकल और आन्टी को प्रणाम कहना।
तुम्हारा अभिन्न
सतीश गोयल